इस कोरोना ने हमें अपनी जड़ों से जुड़ने का एक मौका दिया है। इस कोरोना ने हमें अपनी जड़ों से जुड़ने का एक मौका दिया है।
मधु मिश्रा. ओडिशा. (प्रत्येक रचना उपजती है हमारे आसपास के दायरों से ही जो दे जाती है मधु मिश्रा. ओडिशा. (प्रत्येक रचना उपजती है हमारे आसपास के दायरों से ही जो दे...
आज कछु काम नाही का..?"थारे बापू की तबियत ठीक नाही है? आज कछु काम नाही का..?"थारे बापू की तबियत ठीक नाही है?
मैंने अब सच में उस वर्चुअल दुनिया का तर्पण करने का सोच लिया था। मैंने अब सच में उस वर्चुअल दुनिया का तर्पण करने का सोच लिया था।
भावुकता की महानदी में, डुबकी साथ लगाई हमनें एक कलम से कविता लिखकर, भरे कंठ से गाई हमने पोछे आसूँ इक ... भावुकता की महानदी में, डुबकी साथ लगाई हमनें एक कलम से कविता लिखकर, भरे कंठ से गा...
दरअसल मुझे कल लग रहा था की मेरे सामने रिश्तों का कत्ल हो रहा हो! दरअसल मुझे कल लग रहा था की मेरे सामने रिश्तों का कत्ल हो रहा हो!